मेरे कवि : मेरे आराध्य
सुनु सिन्धु मैं क्या गर्जन तुम्हारा,
स्वयं युग-धर्म की हुँकार हूँ मैं!
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मैं छिपाना जानता, तो जग मुझे साधू समझता,
शत्रु मेरा बन गया है छल-रहित व्यव्हार मेरा I
मधुबन भोगें, मरू उपदेशें
मेरे वंश रिवाज़ नहीं है ;
मैं सुख पर, सुषमा पर रीझा
इसकी मुझको लाज नहीं है I
-डॉ. हरिवंश राय बच्चन
خود بگچوں کی شیر کرو
دنیا -جہاں کو ریگستانو میں بھٹکنے کی نصیحت دو
میرے خاندان کا رواز نہیں
اگرچے میں کوبصورتی پر فدا ہا
مجھے اسکے حیاء نہیں
- دوکتور حرونش رہے بچچاں
Yourself dwell in the cool shadow of an oasis
Preach others to roam in deserts
Is not the tradition of my family
I do adore the Bliss of Beauty
But I am not ashamed
- Dr. Harivansh Ray Bachchan
मेरे वंश रिवाज़ नहीं है ;
मैं सुख पर, सुषमा पर रीझा
इसकी मुझको लाज नहीं है I
دنیا -جہاں کو ریگستانو میں بھٹکنے کی نصیحت دو
میرے خاندان کا رواز نہیں
اگرچے میں کوبصورتی پر فدا ہا
مجھے اسکے حیاء نہیں - دوکتور حرونش رہے بچچاں
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